SAMASTIPUR। उजियारपुर प्रखंड रोजाना किसी ना किसी मामले को लेकर चर्चा में बना ही रहता है, लेकिन इस ओर किसी भी वरीय पदाधिकारी का ध्यान तक नही जाता है।

अब वह पदाधिकारी अनुमंडलाधिकारी दलसिंहसराय हों, या जिलाधिकारी समस्तीपुर हों। ऐसा लगता है जैसे इन पदाधिकारियों ने उजियारपुर BDO को उजियारपुर प्रखंड के सरकारी खजाना को लूटने की खुली छूट दे रखी है।
ताजा मामला भी उजियारपुर प्रखंड कार्यालय से ही जुड़ा हुआ है। जहां उजियारपुर BDO अमित कुमार ने सरकारी खजाने का दुरूपयोग करते हुए अपने कार्यालय व उजियारपुर प्रखंड कार्यालय के नाजिर कार्यालय में भी एसी स्थापित कर दिया है।
जबकि बिहार के एक भी ऐसे BDO नही हैं, जिन्होंने सरकारी खजाने से प्राक्कलन तैयार कर राशि की निकासी कर अपने कार्यालय में AC का अधिष्ठापन किया हो। उजियारपुर BDO अमित कुमार ने, ना केवल सरकारी राशि का दुरुपयोग करते हुए अपने कार्यालय में AC लगाया है!
बल्कि BDO के सरकारी आवास के उन्नयन के नाम पर भी एक बार में 55 लाख रुपए खर्च कर दिए गए हैं। जबकि उजियारपुर प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रखंड विकास पदाधिकारी के कार्यालय कक्ष में, पुर्व से ही AC लगा हुआ था।
बावजूद वर्तमान प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार के द्वारा उक्त AC को अपने कार्यालय कक्ष से हटाकर अपने प्रिय नाजिर के नजारत में लगा दिया गया, तथा नए सिरे से विभिगीय ईंजिनियर को भी रिश्वत की मोटी रकम देकर प्राक्कलन तैयार करवाकर नया AC सेट खरीद कर अपने कक्ष में भी लगा लिया गया।
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि, पुरे जिले में उजियारपुर ही एक ऐसा प्रखंड है जहां के नजारत कार्यालय में कार्यरत नाजिर भी वातानुकूलित सुविधा का लाभ ले रहे हैं।
जबकि बिहार सरकार के वित्त विभाग ने उजियारपुर के रामपुर एकशिला निवासी, अनिल कुमार के द्वारा दाखिल किए गए “सुचना का अधिकार अधिनियम ” के प्रपत्र “क” का जबाब देते हुए अपने पत्रांक 1/1608/2024 दिनांक 25.09.2024 के द्वारा वित्त विभाग से अधिसूचना संख्या 5681 दिनांक 29.06. 2015 के माध्यम से बताया है कि, सरकारी राशि से सचिव स्तर से निम्न पदाधिकारी अपने कार्यालय में AC नहीं लगा सकते हैं।
परंतु उजियारपुर के वर्तमान प्रखंड विकास पदाधिकारी अमित कुमार ने, अपने प्रखंड कार्यालय कक्ष, प्रखंड नजारत कक्ष तथा प्रखंड प्रमुख के कक्ष में सरकारी राशि का दुरुपयोग करते हुए AC लगवाया है, जो सरकारी राशि की क्षति को दर्शाता है साथ ही यह सरकार के नियमों के विपरीत भी है।
हालांकि उजियारपुर BDO के द्वारा COURT ROOM में इस्तेमाल की जाने वाली फर्नीचर का उपयोग BDO कार्यालय उजियारपुर में किए जाने से संबंधित जानकारी जिलाधिकारी समस्तीपुर व अनुमंडलाधिकारी दलसिंहसराय को भी दी गयी थी, लेकिन किसी भी पदाधिकारी के द्वारा इस पर कोई कार्रवाई नही की गयी। जिसके कारण ऐसा प्रतीत हो रहा है कि, उजियारपुर BDO को वरीय पदाधिकारी की भी मौन स्वीकृति प्राप्त है।
